ऋषि – वाणी: मानव और वृक्ष

प्रकृति की विभिन्न कृतियों में पेड -पौधों का स्थान सर्वोपरि है। सही अर्थों में तो ये प्रत्यक्ष देवता हैं, जो केवल देते हैं ,बदले में कुछ भी नहीं लेते। प्राणवायु […]

गाधिपुरम शृंखला -सेक्रेटरी साहब

गाज़ीपुर को वर्तमान रूप देने वाले गाज़ीपुर के विश्वकर्मा जिन्होंने गाज़ीपुर में पी जी कॉलेज, होम्योपैथिक कॉलेज, कृषि विज्ञान केंद्र, तकनीकी शिक्षा एवं शोध संस्थान,आदर्श इंटरमीडिएट कॉलेज, नेहरू स्टेडियम , […]

पानी क़ी बचत कैसे करें

निम्नवत कुछ बातों को अपनाकर हम पानी क़ी बर्बादी रोक सकते हैँ औऱ पेयजल क़ी बचत कर सकते हैँ। 1: नल क़ी टोंटी से यदि पानी टपक रहा हो तो […]

जल और हम लोग

जल के बिना जीवन कहा है? मनुस्य जब सभ्य नहीं था तो जल का प्रयोग पीने के लिए, मतस्य पालन में, शिकार, यातायात इत्यादि में करता था, और अपने ठिकाने […]

गाधिपुरम शृंखला – समुद्रगुप्त, आलवक और गाजीपुर

समुद्र गुप्त ने जिन आटवी राज्यों को पराजित किया था। उसमें एक आलवक(ग़ाज़ीपुर) *भी था।आलवक की राजधानी आटवी(वर्तमान मोहावं डीह) थी। 16 वें वर्षाकाल में भगवान बुद्ध यहां ठहरे थे।श्रावस्ती […]

गाधिपुरम शृंखला- ग़ाज़ीपुर में रेल सेवा का इतिहास

पूर्व पीठिका के रूप में बताते चलें कि अंग्रेजी राज के पहले ग़ाज़ीपुर का मुख्य ब्यापार व आवागमन नदियों के रास्ते था।मांझी घाट पर ब्यापारियों से इम्पोर्ट ड्यूटी ली जाती […]