विक्रम फाउंडेशन: वृक्षारोपण जागरूकता अभियान
वृक्ष विभिन्न समुदाय के लोगो को जोड़ने में सहायक होते हैं.
चुकि इस पुनीत कार्य में अलग अलग समुदाय और विभिन्न उम्र के लोगो का सामूहिक प्रयास होता है, वृक्ष सबको जोड़ने का काम करते हैं. अब आप देखिए ना, कल तक मोहित कौन है, कम से कम हमको तो नहीं पता था, कल जो पौधो को पानी देने में फाउंडेशन का सहयोगी बनेगा, कोई बॉस देकर तो कोई लगे पौधो की देख रेख में सहयोग देगा, कारण केवल एक होगा, “वृक्ष” जो हमेशा सबको जोड़ता है या प्रयास करता है और हम सब लोगो को एक दूसरे के दुख-सुख का साथी बनाता है. ये अपने जीवन पर्यन्त देते ही रहते हैं, तभी वृक्ष की महत्ता जो हमारे प्राचीन ग्रंथोँ में की गई है, उसे आप सब के सामने रखना चाहुँगा।
दस कुआ एक बावड़ी के बराबर होता है,
दस बावड़ी एक तालाब के बराबर होता है,
दस तालाब एक पुत्र के बराबर होता है,
दस पुत्र एक वृक्ष के बराबर होता है,
(मत्स्य पुराण 512)
Ten wells equal a step well
Ten step wells equal a tank
Ten tanks equal a son
Ten sons equal a tree.
(Matsya Purana 512)
अब दुर्भाग्य देखिये, अब न बावड़ी बच रहे हैं, न तालाब और न ही हम सभी के मित्र वृक्ष. आइये, हम सब मिलकर अपने मित्रों की संख्या बढ़ाये, ज्यादा से ज्यादा पेड लगाए और उनको बचाएं.
ये मैसेज अपने आस पास के मित्रों तक पहुचाये, और जो विक्रम फाउंडेशन के इस वृक्षारोपण प्रोग्राम से जुड़ना चाहे उसको साथ लाये.
आभार
वरुण विक्रम
विक्रम फाउंडेशन