विक्रम फाउंडेशन: वृछारोपण जागरूकता अभियान
शुभ प्रभात मित्रों,
वैसे तो कोई भी सामाजिक कार्य हमेशा अच्छा ही होता है, परन्तु अगर बात वृछारोपण की हो तो ये हमेशा हर तरह से फायदेमंद ही होता है और सफल भी. अब जैसे हमलोग जब २ गावो में वृछारोपण का अभियान शुरू करेंगे,तो सेफ्टी गार्ड बनाने वाले अपने मित्रों को कम से कम १० दिन का रोज़गार मिलेगा. हमारा वो मित्र जो पानी देने का काम करेगा, उसको एक गांव में महीने में कम से कम दो दिन, और अगर दोनों गावो को जोड़ दे तो ४ दिन, इस तरह से साल का कम से कम ४८ दिन का काम अथवा रोज़गार गांव में आया. वृछारोपण के दिन भी तो किसी मित्र को काम मिलेगा ही, सो इस प्रकार आप देखे तो काम शुरू होने के साथ साल में ६० से ७० दिनों का रोज़गार वृछो के माध्यम से गावो में आ गया, मतलब वृछ गावो में निवेश भी लाते हैं. फिर पौधे भी तो नर्सरी से आएंगे, कुछ भला नर्सरी वालो का भी हुआ, और न जाने कितनो का भला बस पौधो से जुड़े अभियान में लगने भर से हो जाता है.
अब मान लीजिये पुरे प्रयास के बाद अगर २५% पौधे ही बचते हैं, अब मैं कही पढ़ रहा था, की एक बड़ा वृछ ४ लोगो के दिन भर का ऑक्सीजन एक दिन में दे देता है, फिर तो हम लोगो के प्रयास से अगले कुछ वर्षो में लगभग ४०० लोगो के प्रतिदिन की ऑक्सीजन की ज़रूरत पूरी हो सकती है, और न जाने कितने फायदे होंगे अब आप सब तो जानते ही है. और अब इनसब फायदों को बोनस समझे जो हमें वृछो से मुफ्त में मिलते रहेंगे.
आज की बात कल के जागरूकता अभियान का ही हिस्सा है. ये इस लिए ज़रूरी है क्योँकि इससे पौधो की सुरक्षा में आप की एक भागीदारी होगी जो ज्यादा से ज्यादा पौधो को पकड़ने में मदद करेगी, और ज्यादा पौधे मतलब और ज्यादा फायदे, मतलब और ज्यादा सुख और समृद्धि. इस लिए आइये, विक्रम फाउंडेशन के प्रयासों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करिये और एक पेड के रूप में एक मित्र को स्वीकार कर उसकी सुरक्षा और देख रेख की जिम्मेदारी लीजिये, फिर यकीन मानिये, ये पौधे आप सब की जिम्मेदारी लेंगे.
स्वस्थ रहें, प्रसन्न रहे और लगने जा रहे पौधो में कम से कम एक पौधे को अपना मित्र बनाये.
ये मैसेज अपने आस पास के मित्रों तक पहुचाये, और जो इस प्रोग्राम से जुड़ना चाहे उसको साथ लाये.
आभार
वरुण विक्रम
विक्रम फाउंडेशन