विक्रम फाउण्डेशन अपने अस्तित्व में आने के पूर्व ही पर्यावरण से संबंधित समाजिक कार्यों में लगा हुआ था। यह कार्य विक्रम फाउण्डेशन के अध्यक्ष श्री बालेश्वर सिंह के दिशा निर्देशन में चल रहा था। इन्हीं समाजिक एवं पर्यावरण से संबंधित कार्यों को मूर्त रूप प्रदान करने और एक निश्चित दिशा देने हेतु विक्रम फाउण्डेशन ट्रस्ट का निर्माण किया गया। यह ट्रस्ट अभी अपनी शैशवावस्था में है और धीरे-धीरे अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है जो मुख्य रूप से समाज सेवा है।
किसी भी संस्था के विकास के लिए उसका नवोन्मेषी होना अति आवश्यक है। समय की मांग के अनुसार अपने को ढालते हुए आगे बढ़ना ही जीवंतता का प्रमाण है। इसके उदाहरण में हम अपने आस-पास की वस्तुओं को देख सकते हैं जैसे कुछ वर्ष पहले नोकिया मोबाइल सभी के पास होती थी लेकिन तकनीकी विकास के साथ नोकिया ने अपने को नही बदला और आज नोकिया मोबाइल ने अपना पूरा बाजार खो दिया है। कमोबेश यह व्यक्ति और संस्थाओं पर भी लागू होता है।
विक्रम फाउण्डेशन अपनी विचारधारा को समय की मांग के अनुसार ही आगे बढ़ाना चाहता है। आज के परिप्रेक्ष्य में जो लाभकारी है उसे अपनाना और उपयोग में न आने वाली तकनीकी या विचारधारा को त्याग कर आगे बढ़ना ही सफलता का रहस्य है। विक्रम फाउण्डेशन एक ऐसा ट्रस्ट है जो समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए शिक्षा, चिकित्सा की आवश्यकता उपलब्ध कराने के साथ साथ पर्यावरण से संबंधित अनेक सामाजिक कार्यों में संलग्न रहता है। आज हमारे देश में आंतरिक रूप से जो भी समस्याएं हैं उन्हें हम स्वयं ही निपटा सकते हैं और सरकार द्वारा अन्य मुख्य मुद्दों पर ध्यान देने के लिए उन्हें अवसर प्रदान कर सकते हैं क्योंकि विश्व स्तर पर हमारे देश की मजबूत पहचान तभी बन सकती है जब हम आंतरिक रूप से मजबूत हों, शिक्षित हों , स्वस्थ्य हों तथा हमारा पर्यावरण सम्पूर्ण रूप से स्वच्छ हो ।
समाज का विकास मुख्य रूप से महिलाओं के विकास पर निर्भर करता है। एक शिक्षित महिला ही एक शिक्षित समाज का निर्माण करती है। इसलिए यह जरूरी है कि महिलाओं की शिक्षा पर विशेष बल दिया जाय। सभी महिलाएं यदि शिक्षित हो जाएंगी तो समाज में व्याप्त कुछ बुराईयां तो स्वतः ही समाप्त हो जाएंगी। इसलिए विक्रम फाउण्डेशन का यह निरंतर प्रयास है कि वह लड़कियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाय। इस संदर्भ में विक्रमा सिंह इण्टरमीडिएट कॉलेज में जहाँ अधिकतम संख्या लड़कियों की ही है उन्हें नाममात्र के देय शुल्क पर कम्प्यूटर की शिक्षा का प्रबंध किया गया है। इसके साथ-साथ विक्रमा सिंह इण्टरमीडिएट कॉलेज में प्रतिवर्ष ग्रीष्म कालीन शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है जो कि क्षेत्र के प्रसिद्ध अघोरी संत विलायती राम बाबा के नाम पर चलाया जाता है। इसमें बच्चों को कौशल विकास के साथ-साथ चिकित्सीय जाँच और कुछ प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाता है।
विक्रम फाउण्डेशन निरंतर अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर है समाज के लिए आवश्यक सभी दायित्वों को यथासंभव पूर्ण करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सौजन्य से – विक्रम फाउंडेशन


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